लेसर प्रकाश

https://fiziksinstitute.com/ किसी  भीड़ –भाड़ वाले बाजार या रेलवे प्लेटफार्म कि कल्पना कीजिए जहाँ बहुत से मनुष्य एक द्वार से प्रवेश करके सभी दिशाओं में जा रहे हैं  उनके कदम अनियमित हैं तथा उनके बिच में कोई कला – संबंध नहीं है | दूसरी ओर बहुत बड़ी संख्या में सैनिकों को सुव्यवस्थित मार्च करते हुए सोचिए…

Read More
Back To Top