एक ऐसा दिन जब हम अपनी धरोहर, संस्कृति और संघर्ष के इतिहास को सलाम करते हैं।क्योंकि बिहार ने देश और दुनिया को अनगिनत रत्न दिए हैं।यह दिन हम सभी के लिए गर्व का प्रतीक है,

बिहार, जिसे प्राचीन काल में मगध के नाम से जाना जाता था,न केवल भारत की राजनीति और धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र रहा, बल्कि यहाँ से दुनिया को ज्ञान की ज्योति भी मिली।गौतम बुद्ध से लेकर चाणक्य तक, बिहार की भूमि ने महान विचारकों, योद्धाओं और समाज सुधारकों को जन्म दिया।नालंदा विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया, वह आज भी अप्रतिम है।
हर बिहारी का दिल बिहार के विकास में धड़कता है, और हम अपने राज्य को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।हमारे लिए यह दिन सिर्फ इतिहास का जश्न नहीं है, बल्कि यह बिहार के उज्जवल भविष्य के प्रति हमारा संकल्प भी है।हमारी संस्कृति, भाषा, और परंपराएँ हमारे आत्मसम्मान का हिस्सा हैं। आइए, इस बिहार दिवस पर हम सब मिलकर इस धरोहर को और भी समृद्ध करें, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी गर्व से कह सकें — हम बिहारी हैं!
आप सभों को 22 मार्च, बिहार दिवस की शुभकामनाएं|