भारत में परमाणु उर्जा कार्यक्रम कि शुरुआत डॉ. होमी जहाँगीर भाभा (1909-1966) के नेत्रित्व में लगभग स्वतंत्रता प्राप्ति के साथ ही कि गयी | एक प्रारंभिक, एतीहासिक उपलब्धि पहले भारतीय नाभिकी रिएक्टेर (अप्सरा नामक) कि रचना एवं निर्माण था जिसने 4 अगस्त 1956 से अपना कार्य शुरु किया | इनमे संवर्धि यूरेनियम को इंधन और जल को मंदक कि तरह इस्तेमाल किया गया था | इनके बाद घटना 1960 में बना कनाडा इंडिया रिएक्टेर (CIRUS) था | 40 MW के इस रिएक्टेर में प्रकृतिक यूरेनियम इंधन कि तरह इस्तेमाल किया गया था | अप्सरा एवं साइरस ने मूल एवं प्रायोगिक नाभिकीय विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में विस्तृत शोध को प्रोत्साहित किया

कर्यक्रम का मुख्य उदेश्य शुरु से ही यह रहा है कि देश के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए सुरक्षित एवं विश्वसनीय विधुत शक्ति प्रदान कि जाये और नाभिकीय तकनीकि के सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बना जाए |