ज़ेनर डायोड

यह एक विशिष्ट प्रयोजन अर्द्धचालक डायोड है जिसका  नाम उसके अविष्कारक सी.ज़ेनर के नाम पर रखा गया है| इसे भंजन क्षेत्र में पश्चदिशिक बायस में प्रचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है तथा इसका उपयोग वोल्टता नियंत्रक के रूप में किया जाता है ज़ेनेर डायोड का प्रतीक में दर्शाया गया है |

ज़ेनर डायोड संधि के p- तथा n- दोनों फलकों को अधिक अपमिश्रीत कर विकसित किया जाता है| इसके कारण बनने वाला हसी क्षेत्र अत्यधिक पतला (<10-6m) होता है तथा संधि का विधुत क्षेत्र लगभग 5V तक के लघु पश्चदिशिक बायस होने पर भी अति उच्च (-5x 10 6 v/m) होता है| किसी ज़ेनर डायोड का I-V अभिलाक्षणिक में दर्शाया गया है कि जब अनुप्रयुकत पश्चदिशिक बायस वोल्टता (V) ज़ेनर डायोड कि भंजन वोल्टता (VZ) के समान हो जाती है, तो परिपथ में विधुत धारा में बहुत अधिक परिवर्तन होता जाता है |    

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