जैसा कि पहले वर्णन किया जा चुका है कि किसी संचार व्यवस्था का उद्देश्य सूचना अथवा संदेश सिग्नलों को प्रेषित करना है। संदेश सिग्नलों को आधार बैंड सिग्नल भी कहते हैं जो आवश्यक रूप से उस मूल सिग्नल द्वारा निरूपित आवृत्ति बैंड को निर्दिष्ट करता है, जिसे सूचना स्रोत द्वारा प्रदान किया गया है।

व्यापक रूप से कोई भी सिग्नल एकल आवृत्ति का ज्यावक्र नहीं होता, वरन वह एक आवृत्ति परिसर, जिसे सिग्नल बैंड चौड़ाई कहते हैं, में फैला होता है। मान लीजिए हम श्रव्य आवृत्ति (Audio frequency या AF ) के किसी इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल (जिसकी आधार बैंड आवृत्ति 20 kHz से कम है।) को किसी लंबे परास की दूरी पर सीधे ही प्रेषित करना चाहते हैं। आइए, यह ज्ञात करें कि वे कौन-कौन से कारक हैं जो हमें ऐसा करने से रोकते हैं तथा हम उन पर कैसे पार पाते हैं।