डायोड का दिष्टकारी के रूप में प्रयोग(Diode as a Rectifier)

किसी संयोज डायोड (p-n जंक्शन डायोड) के उस गुण पर आधारित है, जिसमें यह केवल forward bias (अनग्राही बायसिंग) स्थिति में ही विद्युत धारा को प्रवाहित होने देता है और reverse bias (प्रत्यागामी बायसिंग) में धारा को रोकता है। इस गुण का उपयोग AC वोल्टता को DC में परिवर्तित करने (Rectification) के लिए किया जाता…

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DEVISION AND GERMER

Division और germer नामक यह वैज्ञानिक electron के Beamb प्राप्त कर इसे Nical के crystal (रथ ) पर आपतित कर या ( Nicalcrystal ) पर electron बिम्ब आपतित होकर टकराया और यह प्रकृनित हो गया प्रकृनित electron के तीव्रता का  मान जब मापा गया तो प्राप्त हुआ की इसके तीव्रता के मान में परिवर्तन होता…

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पदार्थ का द्रव्य(MATTER)के द्वैत प्रकृति से क्या समझते है?(DUAL NATURE OF MATTER)

हम जनते है  कि पदार्थ अत्यंत सूक्ष्मतम कण से बना होता है | जिससे तीन मौलिक कण electron, proton and neutron वर्तमान रहता है इससे स्पष्ट है कि पदार्थ या द्रव्य में कणीय प्रकृति ( particle nature ) वर्तमान रहता है| लेकिन division और germer में अपने प्रयोग से प्रमाणित कर दिया की electron के…

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हाइगेंस  का सिद्धांत

सर्वप्रथम हम तरंगाग्र को हम परिभाषित करेंगे | जब हम किसी शांत जल के तालाब में एक छोटा पत्थर फेंकते है तब प्रतिघात बिंदु से चारों ओर तरंगें फैलती हैं पृष्ठ का प्रत्येक बिंदु समय के साथ दोलन करना प्रारंभ कर देता है | किसी एक क्षण  पर पृष्ठ का फ़ोटोग्राफ़ उन वृताकार वलयों को…

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Dual Nature Of Light

यह सर्वविदित है की प्रकाश एक तरंग है | इस आधार पर प्रकाश के परावर्तन, अपवर्तन, व्यतिकरण , विवर्तन और ध्रुवण के क्रिया का सफल व्यख्या किया जाता है , लेकिन जब प्रकाश विधुतीय प्रभाव और Compton प्रभाव का वैज्ञानिकों को पता लगा तो प्रकाश के तरंग सिद्धांत के आधार पर इस क्रिया का व्यख्या…

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QUANTUM THEORY OF LIGHT:-

Einstein ने Planck के नियम के आधार पर प्रकाश के quantum सिद्धांत को स्पष्ट किया Planck के विकिरण नियम के अनुसार उर्जा का उत्सर्जन या अवशोषण लगातार नहीं होता है | बल्कि यह उर्जा बंडल (energy packet) के रूप में होता है | एक energy packet में hv परिमाण (amont) उर्जा वर्तमान रहता है |…

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प्रकाश :-Light

यह प्रश्न मानव जाति को लम्बे समय तक परेशान करता है | लगभग चार शताब्दी पहले , वैज्ञानिक तथा औधोगिक युग के प्रारंभ समय से ही वैज्ञानिकों द्वारा क्रमबद्ध प्रयोग किए गए | लगभग उसी समय , प्रकाश क्या हैं , इस संबंध में सैध्दांतिक मॉडल विकसित किए गए | विज्ञान की किसी भी शाखा…

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सूर्य के प्रकाश के कारण कुछ प्राकृतिक परि घटनाएँ

हमारे चारों ओर की वास्तुओ के प्रकाश के खेल हमें बहुत –सी रमणीय परिघटनाएँ देते है /हमारे चारों ओर  हर समय दिखाई देने वाले भव्य रंग सूर्य के प्रकाश के कारण ही संभव है / आकाश का नीला प्रतीत होना, श्वेत बादल , सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय आकाश की लालिमा , इन्द्रधनुष , कुछ…

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संचार प्रणाली( communication system):-

संचार प्रणाली एक ऐसी व्यवस्था हैं | जिसमे किसी संकेत अर्थात भाषण वार्तालाप या किसी कार्य कर्म के दृश्य और स्त्रव्य संकेत को विधुत चुम्बकीय तरंग में बदल कर आकाश होकर गमन करने योग्य बना दिया जाता हैं | और पुन : इस तरंग को संग्रहित कर फिर अपने मूल रूप में परिवर्तित करते हुए…

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प्रिज्म द्वारा परिक्षेपण:-

हमें यह बहुत पहले से ही ज्ञात है| कि जब सूर्य के प्रकाश का कोई संकीर्ण प्रकाश पुंज जिसे प्रायः श्वेत प्रकाश कहते है, किसी कांच के प्रिज्म पर आपतित होते है तो निर्गत प्रकाश में कई वर्ण देखे जाते है| वास्तव में वर्णों में सतत परिवर्तन होता है, परन्तु मोटे तौर पर विभिन्न संघटक…

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