गामा-क्षय (gamma decay)

परमाणुओं के ऊर्जा स्तरों की भाँति ही नाभिक में भी ऊर्जा स्तर होते हैं। जब कोई नाभिक उत्तेजित अवस्था में होता है तो वैद्युतचुंबकीय विकिरण उत्सर्जित कर यह निम्न ऊर्जा अवस्था में संक्रमित होता है। क्योंकि नाभिकीय अवस्थाओं के ऊर्जा स्तरों में अंतर दस लाख इलेक्ट्रॉन वोल्ट MeV की कोटि का है, नाभिक से उत्सर्जित…

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उभयनिष्ठ उत्सर्जक ट्रांज़िस्टर अभिलाक्षणिक

जब ट्रांज़िस्टर का उपयोग CE विन्यास में करते हैं तो निवेश आधार तथा उत्सर्जक के बीच तथा निर्गत संग्राहक तथा उत्सर्जक के बीच होता है। आधार उत्सर्जक वोल्टता में  परिवर्तन के साथ आधार धारा में परिवर्तन होना निवेश अभिलाक्षणिक कहलाता है। इसी प्रकार संग्राहक-उत्सर्जक वोल्टता में परिवर्तन के साथ संग्राहक धारा में परिवर्तन होना निर्गत…

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समतल तरंगों का अपवर्तन

अब हम हाइगेंस के सिद्धांत का उपयोग अपवर्तन के नियमों को व्युत्पन्न करने के लिए करेंगे। मान लीजिए  माध्यम 1 तथा माध्यम 2 को पृथक करने वाले पृष्ठ को निरूपित करता है। मान लीजिए क्रमशः माध्यम 1 तथा माध्यम 2 में प्रकाश की चाल को निरूपित करते हैं। हम मान लेते हैं कि एक समतल…

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पूर्ण पारगमन की एक विशेष दशा

जब प्रकाश दो माध्यमों के अंतरापृष्ठ पर आपतित होता है तो यह देखा गया है कि इसका कुछ भाग परावर्तित हो जाता है तथा कुछ भाग पारगमित हो जाता है। इसी से संबंधित एक प्रश्न पर विचार करें : क्या यह संभव है कि किसी दशा में किसी सतह पर आपतित होने वाला एकवर्णीय प्रकाश…

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दूरदर्शक(telescope)

दूरदर्शक अथवा दूरबीन का उपयोग दूर की वस्तुओं को कोणीय आवर्धन प्रदान के लिए किया जाता है। इसमें भी एक अभिदृश्यक तथा एक नेत्रिका होती है। परंतु यहाँ पर, नेत्रि की अपेक्षा अभिदृश्यक की फ़ोकस दूरी अधिक तथा इसका द्वारक भी काफ़ी अधिक होता है। कि किसी दूरस्थ बिंब से चलकर प्रकाश अभिदृश्यक में प्रवेश…

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गोलीय पृष्ठों तथा लेंसों द्वारा अपवर्तन

अब तक हमने समतल अंतरापृष्ठों पर अपवर्तन के विषय में विचार किया है। अब हम दो पारदर्शी माध्यमों के गोलीय अंतरापृष्ठों पर अपवर्तन के विषय में विचार करेंगे। किसी गोलीय पृष्ठ के अत्यंत सूक्ष्म भाग को समतलीय माना जा सकता है तथा उसके पृष्ठ के प्रत्येक बिंदु पर समान अपवर्तन के नियमों का अनुप्रयोग किया…

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अपनी आँख की विभेदन क्षमता ज्ञात करें

आप अपनी आँख की विभेदन क्षमता का आकलन एक सरल प्रयोग द्वारा कर सकते हैं। समान चौड़ाई की काली पट्टियाँ बनाइए जो सफ़ेद पट्टियों से अलग की गई हों; चित्र देखें। सभी काली पट्टियाँ समान चौड़ाई की होनी चाहिए, जबकि इनके बीच की सफ़ेद पट्टियों की चौड़ाई बाईं से दाईं ओर जाते हुए बढ़नी चाहिए।…

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माडुलन तथा इसकी आवश्यकता

जैसा कि पहले वर्णन किया जा चुका है कि किसी संचार व्यवस्था का उद्देश्य सूचना अथवा संदेश सिग्नलों को प्रेषित करना है। संदेश सिग्नलों को आधार बैंड सिग्नल भी कहते हैं जो आवश्यक रूप से उस मूल सिग्नल द्वारा निरूपित आवृत्ति बैंड को निर्दिष्ट करता है, जिसे सूचना स्रोत द्वारा प्रदान किया गया है। व्यापक…

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ऐंटीना अथवा ऐरियल का साइज़

किसी सिग्नल को प्रेषित करने के लिए हमें किसी ऐंटीना या ऐरियल की आवश्यकता होती है। कोई ऐंटीना उस सिग्नल में समय के साथ होने वाले परिवर्तन उचित रूप से संवेदन कर सके, इसके लिए यह आवश्यक है कि उस ऐंटीना का साइज़ उस सिग्नल से संबद्ध तरंगदैर्घ्य के तुलनीय हो (साइज़ कम से कम…

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ट्रांज़िस्टर एक युक्ति के रूप में

उपयोग किए जाने वाले विन्यास संधियों के बायस तथा प्रचालन क्षेत्र जैसे अंतक, सक्रिय क्षेत्र तथा संतृप्त के आधार पर ट्रांज़िस्टर का उपयोग एक युक्ति के रूप में किया जा सकता है। जैसा कि हम पहले ही वर्णन कर चुके हैं हम केवल CE विन्यास तक ही सीमित रहेंगे तथा किसी युक्ति की कार्य प्रणाली…

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